Sawan Month 2022 List of Festivals

Sawan Month 2022 List of Festivals : रक्षा बंधन से श्रावणी मेला तक; श्रवण मास के दौरान मनाए जाने वाले हिंदू त्योहारों की पूरी सूची

Sawan Month 2022 List of Festivals : हिंदू कैलेंडर (Hindu calendar) का पांचवां चंद्र महीना भगवान शिव (Lord Shiva) की श्रद्धा के लिए मनाया जाता है. वहीं इन तीस दिनों को अत्यधिक पवित्र माना जाता है और इसे सावन या श्रवण मास के रूप में मनाया जाता है. भक्त भगवान शिव से आशीर्वाद लेने के लिए सभी सावन सोमवार को उपवास रखते हैं. वहीं बता दे कि श्रावण के दौरान सभी मंगलवार देवी पार्वती को समर्पित होते हैं. कुछ लोग मंगलवार को भी व्रत रखते हैं, जिसे मंगल गौरी व्रत कहते हैं. इस साल सावन 14 जुलाई से शुरू हो रहा है और शुक्रवार 12 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा पर समाप्त होगा.

महीने के प्रत्येक दिन का धार्मिक महत्व होता है. नीचे हिंदू महीने के दौरान आने वाले सभी प्रमुख शुभ उत्सवों के बारे में पढ़ें.

दशा माता व्रत :

श्रावण का पहला दिन देवी दशा माता की पूजा करने के लिए समर्पित है, जो मां दुर्गा के पहलुओं में से एक है. यह उत्सव मुख्य रूप से गुजरात में मनाया जाता है.

कृष्ण जन्माष्टमी :

कृष्ण जन्माष्टमी जिसे गोकुलाष्टमी के नाम से भी जाना जाता है, भगवान विष्णु के आठवें अवतार भगवान कृष्ण के जन्म की याद दिलाता है.

रक्षाबंधन :

रक्षा बंधन भाई और बहन के बीच के बंधन का जश्न मनाता है. त्योहार पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है.

नारली पूर्णिमा :

श्रावण पूर्णिमा का दिन पश्चिमी भारतीय राज्यों महाराष्ट्र, गुजरात और गोवा में नारली पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है. नारियाल पूर्णिमा के दिन, लोग भगवान वरुण के सम्मान में समुद्र में नारियल चढ़ाते हैं. इस दिन को मछली पकड़ने के मौसम की शुरुआत के रूप में मनाया जाता है.

हरियाली तीज :

हरियाली तीज त्योहार भगवान शिव और देवी पार्वती के पुनर्मिलन का प्रतीक है. वहीं इस दिन महिलाएं उपवास रखती हैं साथ ही वैवाहिक शांति और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए माता गौरी की पूजा करती हैं.

नाग पंचमी :

सावन के शुक्ल पक्ष पंचमी के दौरान मनाया जाने वाला, नाग पंचमी पूरे भारत में हिंदुओं द्वारा मनाई जाने वाली नाग देवताओं की एक पारंपरिक पूजा है.

गम्हा पूर्णिमा :

सावन महीने में आई पूर्णिमा को “सावन पूर्णिमा” यानी “गम्हा पूर्णिमा” कहा जाता है. वहीं ओडिशा में गामा पूर्णिमा मनाया जाता है. इस दिन पालतू गायों और बैलों को सजाया जाता है और उनकी पूजा की जाती है.

गायत्री जयंती :

गायत्री जयंती देवी गायत्री या वेद माता की जयंती है, जिन्हें सभी देवताओं की माता माना जाता है.

वरलक्ष्मी व्रतम :

श्रावण के इस विशेष दिन पर लोग मां वरलक्ष्मी की पूजा करते हैं, जो देवी महालक्ष्मी के रूपों में से एक हैं और भगवान विष्णु की पत्नी हैं.

पोला :

पोला का त्यौहार विशेष रूप से छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश एवं महाराष्ट्र में मनाया जाता है. महाराष्ट्र में इस त्यौहार को बड़ी धूमधाम से मनाते है. पोला के पहले दिन किसान अपनी बैलों के गले, एवं मुहं से रस्सी निकाल देते है.

श्रावणी मेला :

श्रावणी मेले के महीने भर चलने वाले मेले के दौरान, भारत, नेपाल और आसपास के अन्य देशों के लाखों शिव भक्त सुल्तानगंज से बाबा बैद्यनाथ मंदिर तक पवित्र तीर्थयात्रा करते हैं.

इन पवित्र अवसरों के साथ, श्रावण मास जंध्यम पूर्णिमा, पवित्रोपाण, कल्कि जयंती, हयग्रीव जयंती और सलोनो जैसे पर्वों के लिए जाना जाता है. श्रवण भगवान विष्णु, भगवान कृष्ण और देवी लक्ष्मी की दिव्यता का भी उत्सव मानते है.

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