Chandra Grahan 2022: आज चंद्रग्रहण कहां-कहां आएगा नजर, पढ़िए बड़ी बातें
Chandra Grahan 2022 : 15 दिनों में दूसरा ग्रहण आज 8 नवंबर (November 8) को लगने जा रहा है. वहीं आपको बता दे कि यह साल 2022 का चौथा ग्रहण और अंतिम चंद्र ग्रहण है. वहीं हिंदी पंचांग (Hindi calendar) के अनुसार 8 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा भी है. यह एक खग्रास चंद्र ग्रहण (lunar eclipse) है. तो आइये जाते है इस साल के आखिरी चंद्र ग्रहण से जुड़ी 10 महत्वपूर्ण बातें.
- पंचांग के अनुसार, इस साल का आखिरी चंद्र ग्रहण आज यानी 8 नवंबर को भारतीय समयानुसार दोपहर 2 बजकर 41 मिनट से शुरू होकर शाम 06 बजकर 20 पर समाप्त होगा.
- वहीं बता दे कि भारत में यह चंद्र ग्रहण 8 नवंबर को ही शाम 5 बजकर 53 मिनट से दिखाई देगा और शाम 6 बजकर 19 मिनट पर चंद्रास्त के साथ खत्म होगा.
- ज्ञात हो कि भारत में यह चंद्र ग्रहण चंद्रोदय के साथ लगेगा. अर्थात चंद्रमा जब भारत में दिखाई देगा तो ग्रहण से ग्रस्त रहेगा. इस लिए इसे ग्रस्तोदय चंद्रग्रहण कहेंगे.
- ज्ञात हो कि इससे पहले ग्रहस्तोदय चंद्र ग्रहण 31 जनवरी 2018 को हुआ था, यानी 58 महीने बाद अब यह ग्रहस्तोदय चंद्रग्रहण लगने जा रहा है.
- चंद्र ग्रहण का सूतक काल 9 घंटे पहले ही लग जाता है जो कि ग्रहण समाप्ति के साथ ही खत्म हो जाता है.
- इस साल चंद्र ग्रहण 8 नवंबर को सुबह 5 बजकर 53 मिनट पर सुतक लग जाएगा जोकि चंद्रास्त के साथ-साथ खत्म होगा.
- चंद्र ग्रहण कहां-कहां आएगा नजर : भारत में यह चंद्र ग्रहण आसाम, मेघालय, सिक्किम, अरूणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल के अलावा भारत के पश्चिमी, उत्तरी-दक्षिणी के सभी अन्य क्षेत्रों में खंडग्रास रूप में दृश्य होगा.
- चंद्र ग्रहण भरणी नक्षत्र और मेष राशि में घटित होगा, जो इस नक्षत्र और राशि में जन्मे व्यक्तियों के लिए कष्टप्रद रहेगा.
- इन राशियों को होगा लाभ : इस चंद्र ग्रहण से कर्क, मिथुन, वृश्चिक, कुम्भ राशियों के जातकों को लाभ होगा.
- वहीं मेष, वृष, सिंह, कन्या, तुला, धनु, मकर और मीन राशि के जातकों को नुकसान हो सकता है.
ग्रहण के समय कैसे बदल जाता है तांबई लाल रंग में चंद्रमा?
ब्लड मून के रूप में पहचाना जाने वाला पूर्ण चंद्र ग्रहण तब होता है, जब पूर्णिमा के दिन चंद्रमा पृथ्वी की गहरी छत्र छाया में चले जाता है और पृथ्वी के वायुमंडल द्वारा रोशनी प्राप्त करता है. वहीं इस चरण में ही चंद्रमा लाल-तांबे में बदल जाता है.