वैदिक पंचांग की गणना सौर मास और चंद्र मास के आधार पर की जाती है, जिसमें चंद्र मास 354 दिनों का होता है. सौर मास 365 दिन का. वहीं दोनों में 11 दिन का अंतर होता है और तीसरे साल यह अंतर में 33 दिन का हो जाता है, जिसे अधिक मास कहा जाता है. ऐसे में इस बार सावन दो महीने का होने वाला है.