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Tokyo Paralympics 2020 : आगामी टोक्यो पैरालंपिक में भारत 9 खेल आयोजनों में लेगा भाग

Paralympics 2020

24 अगस्त से शुरू होनेवाले टोक्यो पैरालिंपिक (Tokyo Paralympics) में भारत नौ खेल आयोजनों में भाग लेने जा रहा है. 2016 के रियो ओलंपिक में, 19 भारतीय पैरा-एथलीटों ने शोपीस इवेंट में पांच खेलों में दो स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य पदक जीता था. 2012 में हुए लंदन ओलंपिक में युवा मामले और खेल मंत्रालय (एमवाईएएस) के रोड टू टोक्यो दस्तावेज़ के अनुसार ,चार विषयों के 10 एथलीटों ने भाग लिया था.

वहीं आगामी टोक्यो खेलों में कम से कम 42 भारतीय पैरा-एथलीट शामिल होंगे और 2012 के बाद से इन खेल स्पर्धाओं में भारतीय पैरा-एथलीटों (Indian para-athletes) की भागीदारी लगातार बढ़ी है.

वहीं मीडिया एजेंसी एएनआई द्वारा एक्सेस एक दस्तावेज़ के अनुसार, “वर्तमान ओलंपिक चक्र में पैरा-स्पोर्ट्स के लिए लगभग 26 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं. विदेशी प्रदर्शन, उपकरण, खेल विज्ञान सेवाओं के समर्थन के रूप में मौजूदा कोर एथलीटों पर टॉप्स के तहत कुल 6.1 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं, कोचिंग और जेब से बाहर भत्ता. “

इसके अलावा कुल रु. प्रशिक्षण और प्रतियोगिता (ACTC) के वार्षिक कैलेंडर के तहत प्रतियोगिताओं, विदेशी और घरेलू प्रशिक्षण शिविरों में भाग लेने, प्रशिक्षकों और विशेषज्ञों को काम पर रखने और उपकरणों की खरीद के लिए 19.83 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं.

वहीं ज्ञात हो कि रियो पैरालिंपिक 2016 (Rio Paralympics 2016) के पुरुषों की ऊंची कूद में स्वर्ण पदक विजेता मरियप्पन थंगावेलु (Mariyappan Thangavelu) को 24 अगस्त से 5 सितंबर तक आयोजित होने वाले टोक्यो पैरालिंपिक 2020 के लिए भारतीय दल के कप्तान के रूप में चुने गए है.

इसके साथ ही मीडिया एजेंसी एएनआई को दिए गए बयान में पैरालंपिक कमेटी ऑफ इंडिया (पीसीआई) की अध्यक्ष दीपा मलिक (President Deepa Malik) ने कहा की , “टोक्यो पैरालिंपिक के लिए मरियप्पन थंगावेलु भारतीय दल का नेतृत्व करेंगे.”

इसके साथ ही उन्होंने अपने बयान में ये भी कहा की, “हमें एथलीटों के कल्याण में कुछ वास्तव में साहसिक निर्णय लेने थे. इस साल मार्च की राष्ट्रीय बैठक बहुत महत्वपूर्ण थी. परीक्षण करने में एक कठिन समय था, एसओपी बनाने में सक्षम होने के लिए, हम खेल को धन्यवाद देना चाहते हैं. भारतीय प्राधिकरण सचिव महोदय ने व्यक्तिगत रूप से जेएलएन स्टेडियम में व्यवस्थाओं की अनदेखी की.”

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